Wednesday, July 10, 2019

भक्ति , अनंतकी एक यात्रा है

भक्ति

भक्ति एक सहज यात्रा है , अनंतकी , जिसपर 
चलने वालों की भीड़ है , लेकिन ...
अनंतसे एकत्व स्थापित करने वाले , 
दुर्लभ हैं !
क्योंकि साकार ( अपरा ) भक्ति तक ही लोग सीमित रह जाते हैं ,जबकि ...
अपार , परा का द्वार है ।
साकार भक्तिकी सिद्धतासे परा भक्तिमें प्रवेश मिलता है जहाँ
अनंतसे एकत्व स्थापि हो जाता है और..
ऐसा भक्त ही....
परम हंस रामकृष्ण , आदि गुरु श्री नानकजी साहिब जैसे होते हैं ।
// राधे - राधे //

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