गीता अध्याय – 05 भाग – 10 का अगला चरण
गीता सूत्र –5.15
श्री कृष्ण कह रहे हैं …....
किसी के पाप – पुण्य को प्रभु नहीं ग्रहण करते लेकिन जो ऐसा नहीं समझते वे अज्ञानी होते हैं /
गीता सूत्र –5.16
यहाँ प्रभु कह रहे हैं …...
ज्ञान अज्ञान को ऐसे दूर करता है जैसे सूर्य का प्रकाश अँधेरे को दूर कर देता है //
अब इन दो सुत्रों के सम्बन्ध में गीता के दो और श्लोकों को देखते हैं ------
गीता श्लोक –4.38
योग सिद्धि का फल ज्ञान है //
गीता श्लोक –13.3
क्षेत्रज्ञ एवं क्षेत्र का बोध , ज्ञान है //
गीता सागर में आप जितना चाहें डूब कर मजा ले सकते हैं //
=====ओम========
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