गीता अध्याय : 7 , अध्याय : 6 का क्रमशः है । अध्याय : 6 श्लोक : 37 - 39में अर्जुन जानना चाहते हैं , " श्रद्धावान पर असंयमी योगी का योग खंडित स्थिति में जब मृत्यु हो जाती है तब वह भगवत् प्राप्ति न करके कौन सी गति प्राप्त करता है ? , इस जिज्ञासा के सम्बन्ध में गीता : 6.40 - गीता : 7.30 तक के 38 श्लोक प्रभु श्री के हैं ।
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