क्रियायोग क्या है ?
जहाँ क्रियायोग का नाम लिया जाता है वहां बंगाली टोला , वाराणसी के श्री श्यामाचरण लाहिड़ी महाशय की फोटी दिखने लगती है ।
महाशय जी के सिद्ध क्रियायोगी शिष्यों में श्री युक्तेश्वर गिरी जी जो योगानंद जी के गुरु थे , केशबानंद जी , श्री रामगोपाल मजूमदार जी , दो शरीरी योगी प्रणाबानंद जी महाराज , योगी भूपेन्द्रनाथ सान्याल तथा केबलानंद जी का नाम स्मृति पटल पर उभड़ने लगता है ।
पतंजलि का क्रियायोग क्रियायोगी श्री श्यामाचरण लाहिड़ी महाशय जी के क्रियायोग से भिन्न है ।
पतंजलि के क्रिया योग से चित्त की राजस - तामस गुणों वाली वृत्तियॉं शांत होती हैं
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