Monday, September 6, 2021

पतंजलि योग सूत्र में समाधि क्या है ?

 महर्षि पतंजलि मूलतः 03 प्रकार की समाधियों का वर्णन करते हैं । अगर ध्यान से समझा जाए तो ये समाधियों के प्रकार नहीं , समाधि के चरण हैं । पहला चरण सम्प्रज्ञात समाधि नाम से जाना जाता है जिसमें चित्त की वृत्तियां शांत रहती है और चित्त शून्य अवस्था में होता है। इस समाधि में राजस - तामस गुणों की वृत्तियां शांत रहती हैं लेकिन सात्त्विक गुण की वृत्तियां सक्रिय रहती हैं ।

दूसरा चरण है असम्प्रज्ञात समाधि का जिसमें तीनों गुणों की वृत्तियां शांत रहती हैं ।

तीसरा समाधि का चरण है - धर्ममेघ समाधि । इस चरण में तीन गुणों की वृत्तियां शांत रहती हैं और संस्कार भी निर्मूल हो गया होता है अर्थात चित्त पारदर्शी निर्मल  और पूर्ण शांत रहता है । यहाँ प्रकृति माध्यम से देह में स्थित पुरुष को अपनें मूल स्वरूप का पूरा बोध हो गया होता है और प्रकृति यह समझ कर कि पुरुष उसे देख चुका है , वह साम्यावस्था में लौट आती है ।

अदः देखिये स्लाइड्स को ⬇️




No comments:

Post a Comment

Followers