जो है वह प्रभु का प्रसाद है , यह सोच ही ज्ञान की ऊर्जा है
The being is the gift of God , this perception is wisdom
ज्ञानी देनें - लेनें का कम नहीं करता एकिन उसके साथ होनें से रूपांतरण होता है
Man of wisdom does not give anything nor takes anything but his being purifies
गुण – तत्त्वों की परख ही ज्ञान है
Awareness of modes – elements is wisdom
मैं और तूं की सोच का मध्य जहां न मैं न तूं की सोच होती है वहाँ प्रभु बसते हैं
God dwells in a mind – intelligence net work where there is no choice
कर्म – योग में कदम बिना रखे कर्म – संन्यास कैसे संभव है
Without performing Karma how one can enter into its renunciation
कर्म संन्यास शब्द भ्रम में पहुंचाता है
Action renunciation is a misleading word
संन्यास का अर्थ संसार से या भोग से भागना नहीं उसके प्रति होश बनाना है
Renunciation does not mean escaping from the passion but its awareness takes into renunciation
संन्यासी का मन निर्मल होता है
A sanyasin has a purified mind
कर्म के बिना कोई जीव धारी एक पल भी नहीं रह सकता
No one can be without action even foe a moment
कोई कर्म ऐसा नहीं जो दोष रहित हो
All actions are having aversion
=====ओम्=====
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