दो सूत्र और ------
गीता सूत्र - 3.17 + 3.18
आत्मा केन्द्रित ब्यक्ति पूर्ण रूप से मुक्त होता है ;
वह किसी का गुलाम नहीं होता और वह कर्तब्य मुक्त भी होता है ॥
यहाँ गीता सूत्र - 4.18 को भी देखिये -----
आत्मा केन्द्रित ब्यक्ति ........
कर्म में अकर्म और ----
अकर्म में कर्म देखता है ॥
कुछ देखिये ----
कुछ पढ़िए ----
और कुछ देर गीता में दुबे रहनें का अभ्यास करें ......
तब आप ----
परम सत्य में रहने का .....
आनंद उठा सकते हैं ॥
==== ॐ ======
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