Tuesday, November 2, 2010
ब्रह्म से सम्बंधित तीन और सूत्र
गीता के तीन सूत्र यहाँ आप को सेवार्पित हैं , जो .....
यह स्पष्ट करते हैं की ........
ब्रह्म क्या है ?
[क] सूत्र - 4.23
गुण तत्वों के प्रभाव के बिना जो कर्म होते हैं वे ब्रह्म में पहुंचाते हैं ॥
[ख] सूत्र - 12.3 और 12.4
निराकार ब्रह्म की अनुभूति ....
मन - बुद्धि सीमा में नही है ॥
गीता सोच का विज्ञान है .....
गीता योगी बुद्धि मार्ग पर चलता - चलता ऎसी बुद्धि वाला हो जाता है ....
जिसकी बुद्धि और मन - दोनों .......
सोच से परे हो जाते हैं .....
और ....
साक्षी भाव में विश्राम करते रहते हैं ॥
गुण विभाग और कर्म विभाग का ज्ञाता -----
साक्षी होता है ॥
साक्षी तन , मन , बुद्धि से प्रभु में रहता है ॥
==== ॐ ======
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment