Monday, August 9, 2021

पतंजलि योग सूत्र में वितृष्णा क्या है ?

पतंजलि योग सूत्र में वितृष्णा क्या है ?

 💐 इंद्रियों का रुख उनके बिषयों की ओर न हो कर चित्त की ओर हो जाना ....

💐 कबीर दास जी कहते हैं , पुतलियों को उलटी कर लेना

💐 गीता में प्रभु श्री कृष्ण कहते हैं , इंद्रिय - बिषयों में सघन राग -द्वेष की ऊर्जा होती है जो इंद्रियों को बिषयों से आकर्षित होने के लिए बाध्य करती है ।

# इन्द्रिय - विषय से वैराग्य तक की यात्रा और वैराग्य में समाधि माध्यम से ज्ञान की प्राप्ति का जो मार्ग वेदांत दर्शन के आधार पर गीता में बताया गया है , उसी ज्ञान के लिए पतंजलि अष्टांगयोग साधना के माध्यम से सम्प्रज्ञात समाधि और सम्प्रज्ञात समाधि से असम्प्रज्ञात समाधि तथा असम्प्रज्ञात समाधि से कैवल्य तक की यात्रा कराते  हैं । इस यात्रा का मध्य पड़ाव है - इंद्रियों में वितृष्णा की ऊर्जा का भरजाना । 

अब देखते हैं निम्न स्लाइड को ⬇️



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