Tuesday, February 10, 2009

गीता-रतन

गीता-रतन एक मध्यम है जिस से आप परम श्री कृष्ण से जुड्तेहै आप गीता के बारे में क्या सोच रखते हैं यह
आप जानते होंगे पर गीता-रतन में उतरनें से पहले आप को निम्न बातों पर सोचना चाहिए .........................
१- गीता क्या है ?
२- गीता-रतन क्या है?
१- गीता क्या है?
धर्म - क्षेत्र कुरुक्षेत्र में कौरव एवं पांडवों की सेंनाओं के बीच तैयार हुआ कर्म
योग तथा ज्ञान योग का बिज्ञान का नाम गीताहै गीता का प्रारम्भ धृत रास्त्र से होता है
और इसका अंत अनंत में है जो ब्यक्त नहीं किया जा सकता........क्रमशः

1 comment:

  1. A very good start to your blog. Please keep posting more

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