बिषय,इंद्रियां ,मन,बुद्धि,प्रज्ञा.चेतना,जीवात्मा एवं परमात्मा इन आठ तत्तों में होशमयहोना ही
कर्मयोग तथा ज्ञानयोग का आधारहै
इंद्रियों का जोड़.......मन है
इंद्रियों एवं बुद्धि के मध्य मन है जो........एक तरफ़ बुद्धि से तथा बाहर बिषयों से इंद्रियों के
माध्यम से मिला होता है बुद्धि प्रज्ञा से ,प्रज्ञा चेतना से और चेतना आत्मा से जुडी होती है
तथा ब्रह्म सब का नाभि -केन्द्र है
जैसे ऊपर से टपकती बूँदें धरती को स्पर्श करके मैलीहो जाती हैं ठीक उसी तरह चेतना की
तरंगें कापते मन को छूकर बिकरयुक्त हो जाती हैं
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