Wednesday, May 12, 2010
गुण तत्त्व क्या हैं ? भाग - 02
गुण तत्वों को समझो
गुण प्रभु से उपजे वे रसायन हैं जो ----
** आत्मा को देह से जोड़ते है
** मनुष्य को संसार से जोड़ते हैं
यह बात मैं नहीं गीता कहता है , आइये देखते हैं गीता में गुण तत्त्व क्या हैं ?
[क] सात्विक गुण तत्त्व
सात्विक गुण मनुष्य को प्रभुकी तरफ ले जाता है और इस गुण के प्रभावी होनें पर ........
* मनुष्य परम प्रकाश की झलक देखता है
** मनुष्य ग्यानी एवं बैरागी बन जाता है ..... गीता श्लोक - 14.6, 14.11, 14.14
[ख] राजस गुण के तत्त्व
राजस गुण भोग की ओर ले जाता है और इसके तत्त्व हैं -----
* आसक्ति , काम , कामना , क्रोध , लोभ , देखिये गीता श्लोक - 14.7, 14.9, 14.12, 2.62-2.63, 3.37.6.27,
[ग] तामस गुण के तत्त्व
तामस गुण सात्विक एवं राजस - दोनों में अवरोध पिया करता है ।
इसका केंद्र है - देह में , नाभि ।
तामस तत्त्व हैं ------
* मोह , आलस्य , भय , यहाँ आप देख सकते हैं गीता के श्लोक ----
14.17, 14.13, 2.52, 18.72 - 18.73
राजस एवं तामस गुण तत्वों के प्रभाव में मनुष्य अज्ञान में रहता है और अज्ञान में मन -बुद्धि अस्थिर होते हैं ।
जिस इन गीता का गुण रहस्य विज्ञान के हाँथ में पहुंचेगा , वह दिन विज्ञान के लिए एक नया दिन होगा ।
===== जय श्री कृष्ण =======
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